गुरु नानक पब्लिक स्कूल, सेक्टर 36 डी, चंडीगढ़ के परिसर में मेहरा एनवायरमेंट एंड आर्ट फॉउंडेशन के तत्वावधान में श्री गुरु नानक देव जी के 555वें जन्मोत्सव के शुभावसर पर स्कूल की प्रिंसिपल गुरनाम कौर की उपस्थिति में वृक्षारोपण अभियान का आयोजन किया गया। यहाँ पर मेहरा एनवायरमेंट एंड आर्ट फॉउंडेशन के संस्थापक कुलदीप मेहरा ने 100 से अधिक पौधें भेंट किये। स्कूल की नेवल और एयर विंग एनसीसी यूनिट के विद्यार्थियों ने अपने स्कूल की शिक्षिकाओं मनमोहन कौर और सुखराज कौर के साथ मिलकर नीम, रुद्राक्ष, नींबू, लीची और अमरूद आदि कईं किस्मों के 100 से अधिक औषधीय, फलदार और छायादार पौधें रोपे।
वहीं स्कूल की प्रिंसिपल गुरनाम कौर ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए बताया कि हम गुरु जी जन्मोत्सव पर आप विद्यार्थियों के साथ झुग्गी-झोपडियों में रहने वाले लोगों के लिए ऊनी कपड़े और खाने-पीने की चीजें वितरित करेंगे। इसके साथ ही 30 नवंबर से 2 दिसंबर तक स्कूल में गुरुपर्व मनाया जाएगा। श्री अखंड पाठ साहिब की समाप्ति के बाद भोग डाला जायेगा, तदुपरांत स्कूल की सीनियर और जूनियर विंग के विद्यार्थी 2 दिसंबर को शब्द कीर्तन करेंगे और उसके बाद गुरु जी का लंगर लगाया जाएगा।
कुलदीप मेहरा ने इस वृक्षारोपण अभियान के माध्यम से गुरु जी की शिक्षाओं को प्रतिध्वनित किया। उन्होंने कहा कि गुरु जी ने सदैव मानवता और प्रकृति के अंतर्संबंध पर जोर दिया था। उनकी शिक्षाऐं समस्त जीवित प्राणियों के प्रति सम्मान, करुणा एवं पर्यावरणीय प्रबंधन को बढ़ावा देने और समस्त सृष्टि में दैवीय उपस्थिति को पहचान कर प्रकृति के साथ सद्भाव में रहने के महत्व की वकालत करती हैं। गुरु नानक देव जी एक प्रकृति-प्रेमी थे, उन्होंने अपने लेखन और घोषणाओं में हमेशा लोगों को प्रकृति को निर्माता की दिव्य उपस्थिति के रूप में देखने और प्रकृति के साथ स्नेहीभाव अपनाने के लिए प्रेरित किया। वायु, जल और पृथ्वी तत्वों को क्रमशः गुरु, पिता और माता का दर्जा दिया और सामंजस्यपूर्ण संबंध के दर्शन का प्रतिपादन किया अर्थात मनुष्य को आध्यात्मिकता की ऊंचाइयों तक पहुंचने के लिए स्वयं के साथ, समाज के साथ और प्रकृति के साथ सद्भाव में रहना चाहिए। उन्होंने उपस्थित सभी विद्यार्थियों को ज्यादा ज्यादा पौधरोपण कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए प्रेरित किया।