अकाल तख्त साहिब के विकास सिंह साहिब ज्ञानी सिंह ने आज फिरोजपुर के गांव बंडाला के मार्ग दर्शन श्री बीर सिंह गुरु ग्रंथ जी की रचना पर गहरे दुखों के एक बड़े नरसंहार का खुलासा किया है। अधिकारिता इसके साथ ही संगता को दोषी करार दिया गया है.
आज श्री अकाल तख्त के समक्ष एक बयान में सिंह साहिब ग्याबीर सिंह ने कहा कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की रचनाओं के शब्द बोलने से राघा से प्रकट हुए हैं। शब्द कित्ता की सरकार दा मेरा ना मन्हो तो कहने के शब्दों में शब्द जीत दिला सकते हैं और यह भी नहीं कहा जा सकता कि जीत दिला सकते हैं। अंदरूनी तौर पर आज फिरोजपुर के बंडाला सलाहकार बीर सिंह के गांव में बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई है. श्री गुरु ग्रंथ साहिब आंतरिक रूप से किरण के लिए कुछ नहीं कर सकते।
सिंह ने कहा कि राष्ट्रपति को अब भी अपने साथ न्याय करने के लिए मजबूर होना एक राज्य के रूप में कर्तव्य का बुरा संकेत है. पाटिल लोगों के गुनहगारों को सरकार के सामने लाकर समाज से सीख लेने की सच्ची कोशिश की बजाय लोग फायदा उठाकर समाज के सामने चालें चलकर किस तरह के निष्कर्ष निकालते हैं. पढ़ा था
https://www.ptcnews.tv/news-in-punjabi/giani-raghbir-singh-condemned-the-incident-of-desecration-of-sri-guru-granth-sahib-ji-at-ferozepur-4389985
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