गांव की सबसे ज्यादा बुजुर्ग थी
संवाद न्यूज एजेंसी
जलालाबाद। जलालाबाद के धरमूवाला गांव में 114 साल की बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। 114 साल की बुजुर्ग महिला की मौत के बाद उसकी अंतिम विदाई के समय बैंड बाजे के साथ परिवार ने भंगड़े डाल महिला को विदा किया और अंतिम संस्कार की रस्म अदा की। बुजुर्ग महिला के परिवार में 60 से अधिक लोग हैं।
मृतक बुजुर्ग महिला रत्तो बाई के पोते गुरमीत सिंह ने बताया कि उसकी दादी करीब 114 साल की थी। पूरे गांव में इतनी उम्र की कोई महिला नहीं थी। उन्होंने कहा कि मृतक महिला रत्तो बाई के 6 बच्चे हैं। इनमें चार लड़के ढोला सिंह, लाल सिंह, पाला सिंह, अमीर सिंह और दो लड़कियां माया बाई और निहालो बाई शामिल हैं। इनमें से करीब 4 वर्ष पहले उसके बड़े ताया ढोला सिंह की मौत हो गई तो वहीं 6 साल पहले छोटी बुआ निहालो बाई की मौत हो गई।
रत्तो बाई के 6 बच्चों के आगे करीब 25 बच्चे हैं, जिनकी शादी हो चुकी है और उनके भी आगे 30 से अधिक बच्चे हैं। यानी 60 से अधिक लोगों का परिवार है। उन्होंने जानकारी दी कि उनकी दादी को कोई भी रोग नहीं था। 2 दिन पहले उन्होंने खाना-पीना छोड़ दिया और उनकी सेहत बिगड़ गई। मंगलवार को उनकी मौत हो गई। इतने बड़े परिवार को जन्म देने वाली सबसे अधिक उम्र की महिला की मौत के बाद परिवार ने बैंड बाजे और ढोल की ताल पर भंगड़ा डालकर उन्हें अंतिम विदाई दी।