फेस्टीवल सीजन शुरू हो चुका है। लुधियाना में लोगों के मनोरंजन के लिए शहर के दर्जनों स्थानों पर मेले लगाए गए हैं। जहां रोजाना हजारों की संख्या में लोग अपने बच्चों व परिवार समेत पहुंच रहे हैं, लेकिन मेले में पहुंचने वाले हजारों लोगों की सुरक्षा को लेकर
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शहर में इन जगहों पर लगे हैं मेले
लुधियाना शहर में दरेसी, दुर्गा माता मंदिर के सामने, वर्धमान मिल के सामने, पुरानी कचहरी के पास, प्वेलियन मॉल के सामने ग्लाडा ग्राउंड, उपकार नगर, दशहरा ग्राउंड में मेले लगे हैं। ज्यादतर रात के समय हजारों लोग यहां परिवार समेत पहुंच रहे हैं। रात 12 बजे तक मेले में लोगों की हुजूम तो उमड़ा रहता है। यहां पर छीनाझपटी की वारदातों को लेकर ना तो प्रबंधक गंभीर हैं ना ही पुलिस। ज्यादातर रात के समय लोगों को लूटा जा रहा है। पिछले तीन दिनों में दरेसी, वर्धमान मिल के पास, दुगरी में दर्जनों लोगों से छीनाझपटी हो चुकी है।
लुधियाना में लगा मेला
पार्किग के नाम पर लोगों से लूट
मेले पहुंचने वाले लोगों को पार्किग के नाम पर भी लूटा जा रहा है। मेला प्रबंधकों की तरफ से लोगों के वाहन पार्क करने के लिए उनसे पार्किग के नाम पर मुंह मांगे पैसे वसूल किए जा रहे हैं। दुर्गा माता मंदिर के सामने लगे मेले में पार्किग फुल होने पर बीच मेन सड़क पर ही लोगों के वाहन पार्क करवाए जाए जा रहे हैं, जिससे शाम के समय रोड जाम हो जाती है।
डीसी बोले, करवा रहे हैं चेक
लुधियाना के डीसी जतिंदर जोरवाल ने कहा कि मेलों को लेकर प्रबंधकों की तरफ से जो कोताही बरती जा रही है, उसकी जांच करवा रहे हैं। जांच के बाद जो रिपोर्ट आएगी उसके आधार पर बनती कार्रवाई की जाएगी। सुरक्षा संबंधी भी पुलिस को हिदायतें करेंगे।
मेला देखने के लिए काफी लोग पहुंच रहे हैं
प्रबंधक नहीं हैं मुंह खोलने को तैयार
इस बाबत जब दुर्गा माता मंदिर के सामने लगे विशाल मेले के मुख्य प्रबंधक वरिंदर कपूर से बात की तो उन्होंने देखते हैं, की बात कहकर फोन काट दिया, जबकि दरेसी में लगे विशाल मेले के मुख्य परबंधक अशोक कुमार से बात करनी चाही तो उन्होंने भी कुछ भी नहीं बताया और फोन काट दिया।
डीसीपी बोले- एसएचओ की ड्यूटी लगाई
डीसीपी शुभम अग्रवाल ने कहा कि मेले का एक समय फिक्स किया जाएगा, ताकि देर रात तक लोग ना घूमें। सुरक्षा को लेकर संबंधित एरिया के एसएचओ को हिदायत दी गई है। इसके साथ ही मेला प्रबंधकों को भी लोगों की सुरक्षा संबंधी हिदायतें की जाएंगी।
मेले में पहुंचे लोग।
ये प्रबंध हैं नाकाफी
किसी भी मेले मे ना तो मेटर डिटेक्टर लगा है और ना ही फायर ब्रिग्रेड की कोई गाड़ी है। जाम की स्थिति से निपटने के लिए पार्किग होनी चाहिए, लेकिन ऐसी कोई व्यवस्था नहीं की गई है। मेलों के आसपास पुलिस को कोई पहरा भी नहीं रहता है।
18 अक्तूबर तक चलेंगे मेले
फेस्टीवल को देखते हुए शहर में 18 अक्तूबर तक मेले लगातार चलेंगे। जिसके बाद शहर में दीवाली मेला भी लगाया जा रहा है। अब देखना होगा की लोगों की सुरक्षा को लेकर आला अधिकारी कितने गंभीर हैं और प्रबंधकों पर क्या कार्रवाई होती है।