नकोदर, पंजाब – सोलो नैक्स प्रोडक्शन और स्टूडियो फीडफ्रंट ने अपनी नई और बहुप्रतीक्षित सस्पेंस थ्रिलर फ़िल्म “फ़ौत-नराबर्ही” की शूटिंग का शुभारंभ कर दिया है। यह फ़िल्म भारतीय सिनेमा में एक नई मिसाल कायम करने का वादा करती है, जिसे देश के विभिन्न हिस्सों में फ़िल्माया जाएगा। फ़िल्म का निर्देशन हरश गोगी कर रहे हैं, जो अपने अनोखे फ़िल्ममेकिंग स्टाइल के लिए जाने जाते हैं। इस फ़िल्म में सेगमेंट प्रोड्यूसर के तौर पर आर.के. खोसला जुड़े हुए हैं, जो पंजाब के सीसीआरओ के अध्यक्ष भी हैं।
मुहूर्त में कौन-कौन था मौजूद?
शुभ मुहूर्त के इस मौक़े पर कई महत्वपूर्ण हस्तियाँ मौजूद रहीं, जिसमें निर्देशक हरश गोगी और आर.के. खोसला के साथ-साथ प्रोडक्शन टीम के कुछ अन्य प्रमुख सदस्य, जैसे हीरा खोसला, अमित भट्टी, सुखदेव सिंह और मिस्टर एस.के. भी शामिल थे। फ़िल्म में काम करने वाले मुख्य कलाकारों में वंदना संधू, जसबीर कौर, सरवन हांस, नरेश नकौदरी, जसवीर जस्सी, चेतन अटवाल, बिंदर होशियारपुरी, सरबजीत जीता, ताजविंदर चौहान, लेख राज और बलविंदर राणा जैसे कलाकार शामिल हैं, जो अपनी अभिनय कला से फ़िल्म को एक नई ऊँचाई पर ले जाने का संकल्प ले रहे हैं।
नकोदर में होगी फ़िल्म की मुख्य शूटिंग
हरश गोगी ने इस बात की पुष्टि की है कि फ़िल्म की अधिकतर शूटिंग नकोदर के कुछ प्रमुख स्थानों पर की जाएगी। नकोदर की आबोहवा और इसका अनोखा वातावरण फ़िल्म की कहानी में रहस्य और रोमांच को और गहराई देगा। निर्देशक का कहना है कि इस शहर का माहौल फ़िल्म की थीम से मेल खाता है और दर्शकों के सामने कहानी को और भी प्रामाणिकता से पेश करेगा।
उत्साह और उदासी का अनोखा संगम
मुहूर्त के दौरान निर्देशक हरश गोगी जहाँ एक ओर इस नयी फ़िल्म को लेकर बेहद उत्साहित नज़र आए, वहीं दूसरी ओर उनकी आँखों में एक हल्की उदासी भी देखी गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार, हरश गोगी के करीबी साथी परमजीत मेहरा और नरिंदर भट्टी इस महत्वपूर्ण मौके पर उपस्थित नहीं हुए। यह दो प्रमुख व्यक्ति, जो उनके करीब हैं और उनके फ़िल्मी सफर में हमेशा उनके साथ रहे हैं, उनके न आने से माहौल में कुछ सवाल खड़े हो गए हैं। इस अनुपस्थिति का कारण आपसी मतभेद था या उनकी कोई मजबूरी, इस बारे में अभी तक स्पष्टता नहीं है। फ़िल्म जगत में इस पर कई अटकलें लगाई जा रही हैं और फिलहाल यह चर्चा का विषय बना हुआ है। हरश गोगी और उनके करीबी साथियों के बीच के संबंधों पर, जिनमें परमजीत मेहरा और नरिंदर भट्टी का नाम आता है, कुछ अलग तरह की परिस्थितियाँ बनती दिख रही हैं, जो फ़िल्म के अगले चरणों में असर डाल सकती हैं।
आने वाले दिनों में क्या खुलेंगी कोई नयी बातें?
फ़िल्म के शुभारंभ से लेकर इसके पहले मुहूर्त तक का सफर एक सफल कदम है, जो एक बेहतरीन फ़िल्म प्रस्तुत करने का वादा करता है। इसके साथ ही यह देखना दिलचस्प होगा कि परमजीत मेहरा और नरिंदर भट्टी का फ़िल्म से जुड़ाव और उनकी अनुपस्थिति के पीछे क्या कारण थे। क्या यह केवल समय की मजबूरी थी या कोई आपसी मतभेद? इसका जवाब तो समय के साथ ही मिलेगा।