पंजाब के लुधियाना के कस्बा जगराओं में आवारा कुत्तों का आतंक दिनों दिन इस कदर बढ़ता जा रहा है कि कोई ना कोई आवारा कुत्तों का शिकार बन रहा है। प्रशासन इन कुत्तों पर नकेल डालने में नाकाम साबित हुआ है। कुत्तों ने बच्चों को इस कदर नोच खाया कि उसकी मौत हो गई। बच्चा कटी हुई पतंग को लूटने के लिए गांव से दूर खेतों में चला गया था, जहां कुत्तों ने उस पर हमला कर दिया। बच्चा खेत में अकेला था जिस कारण उसकी कोई मदद नहीं कर पाया।
घटना के समय काम पर गया था पिता
जानकारी देते हुए मृतक बच्चे अर्जन के पिता शंकर ने बताया कि वह पिछले 24 वर्ष से मानवता की सेवा सोसायटी के पास एक झोपड़ी में अपनी पत्नी रीटा देवी और तीन बच्चों अर्जन, लखन राम और देवा राम के साथ रहता हैं और शादी समारोह में सजावट का काम करता हैं। घटना के समय भी वह काम पर गया हुआ था।
उसने बताया कि शाम के समय गांव हसनपुर के गुरुद्वारे साहिब के स्पीकर से किसी राहगीर ने एक बच्चे के कुत्तों द्वारा मारे जाने की घोषणा करवाई। जब गांव निवासियों के साथ वह मौके पर पहुंचा तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। उसने देखा कि उसके बड़े बेटे अर्जन का शव वहां पड़ा था। अजुर्न गांव के ही प्राईमरी स्कूल में तीसरी कक्षा का विद्यार्थी था। उसका आज अंतिम संस्कार कर दिया गया।
सरपंच चरणजीत कौर जानकारी देती हुई।
सरपंच चरणजीत कौर बोली… जानकारी देते हुए गांव हसनपुर की महिला सरपंच चरणजीत कौर ने बताया कि गांव के आस-पास सैंकड़ों आवारा कुत्ते घूमते रहते हैं, लेकिन इन कुत्तों के लिए बनाए गए सख्त कानूनों के कारण वह चाहकर भी कुछ नहीं कर सकते। हालांकि इन कुत्तों की जानकारी गांव की पिछली पंचायतों ने भी प्रशासन को दे रखी थी, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। अखीर यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना घट गई।
कुत्तों ने बच्चे को सिर से पैर तक नोचा पतंग के लूटने के चक्कर में आवारा कुत्तों का शिकार हुए बच्चे को कुत्तों ने सिर से लेकर पैर तक बुरी तरह से नौंच डाला जिसके चलते बच्चे शरीर पर करीब 9 जगहों पर दांतो के निशान दिखाई दे रहे थे इतना ही नही बच्चे के चेहरे समेत प्राइवेट पार्ट के पास जांघ को भी कुत्तों ने नोच रखा था जिस कारण बच्चे ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।