डा. प्रिंस मेहरा, जिन्हें “बर्डमैन” के नाम से जाना जाता है, पिछले 35 वर्षों से पक्षियों की सेवा में समर्पित हैं। उनकी निस्वार्थ सेवा, प्रेम और समर्पण को देखते हुए, भारत फाउंडेशन द्वारा उन्हें “भारत सम्मान पक्षी सेवा रत्न 2025” से नवाजा गया। यह सम्मान उन्हें उन प्रयासों के लिए दिया गया है, जो उन्होंने पक्षियों के बचाव और देखभाल के लिए किए हैं। डा. प्रिंस मेहरा सिर्फ एक पक्षी प्रेमी ही नहीं, बल्कि उनकी सुरक्षा, इलाज और देखभाल में भी उनका विशेष योगदान रहा है। घायल और बेसहारा पक्षियों की देखभाल, उन्हें फिर से उड़ान योग्य बनाना, पक्षियों के लिए विशेष अस्पताल बनाना और लोगों में उनके प्रति जागरूकता फैलाने के लिए उन्होंने अथक प्रयास किए हैं। उनके इस समर्पण को सम्मानित करते हुए यह पुरस्कार दिया गया।
डा. प्रिंस मेहरा की पक्षियों के प्रति भक्ति के कारण उन्हें पहले भी कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। वह पक्षियों के संरक्षण के लिए नवीन तकनीकों, वैज्ञानिक तरीकों और पर्यावरण-अनुकूल उपायों का उपयोग करते हैं। उन्होंने कई महत्वपूर्ण अभियान चलाए हैं, जिनमें गर्मियों में पक्षियों के लिए पानी के सकोरे रखना, घायल पक्षियों का इलाज करना, और उनकी बढ़ती मौतों को रोकने के लिए लोगों को जागरूक करना शामिल है। भारत फाउंडेशन द्वारा मिले इस विशेष सम्मान पर डा. प्रिंस मेहरा ने कहा कि पक्षियों की सेवा उनके लिए कोई काम नहीं, बल्कि उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। उन्होंने कहा कि पक्षियों की सेवा करना उनके लिए किसी इनाम या पुरस्कार की जरूरत नहीं रखता, लेकिन जब उनके काम को सामाजिक स्तर पर मान्यता मिलती है, तो यह उन्हें और नए प्रयासों की ओर प्रेरित करता है।
उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे भी पक्षियों के प्रति दयालु बनें और उनकी देखभाल में अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि अगर हम पक्षियों का संरक्षण नहीं करेंगे, तो आने वाली पीढ़ियों को इसका भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। हम अपने जीवन में कम से कम इतना कर सकते हैं कि पक्षियों के लिए पानी और दाना उपलब्ध कराएं, उनके रहने के लिए उपयुक्त स्थान बनाएं और उनकी घटती संख्या को रोकने में अपनी भूमिका निभाएं। डा. प्रिंस मेहरा को मिले इस विशेष सम्मान से उनके प्रशंसकों और पक्षी प्रेमियों में खुशी की लहर है। उम्मीद की जा रही है कि उनका यह कार्य अब और बड़े स्तर पर होगा और पक्षी सेवा का यह संदेश पूरे भारत में फैलेगा।
