पंजाब में गुरदासपुर के डेरा बाबा नानक में धमाका हुआ है। यह धमाका एक पुलिसकर्मी के घर के करीब किया गया है। गांव रायमल में हुए इस धमाके की पुष्टि करते हुए बटाला के SSP सुहेल कासिम मीर ने कहा कि यह लो इंटेंसिटी धमाका था। इस धमाके की जिम्मेदारी भी आंतकी हैप्पी पासियां ने ले ली है। जिसमें उसका साथ शेरा मान ने दिया है। खालिस्तानी आतंकी पासियां पंजाब में अभी तक पुलिस चौकी-थानों को निशाना बना रहा था। अब पहली बार किसी पुलिसकर्मी के घर के पास धमाका किया गया है। पंजाब में इससे पहले 11 धमाके हो चुके हैं। शुरुआती जांच में सामने आया है कि ये धमाका गांव रायमल में पुलिसकर्मी जतिंदर के घर किया गया। एसएसपी बटाला सुहेल कासिम मीर ने जानकारी दी कि ये एक लो-इंटेंसिटी धमाका था। ग्रेनेड हमला कहना अभी जल्दबाजी होगी। धमाके की जांच की जा रही है। इसके बाद ही अधिक जानकारी सांझा की जा सकती है।
बब्बर खालसा इंटरनेशनल ने ली जिम्मेदारी
इस धमाके की जिम्मेदारी बब्बर खालसा इंटरनेशनल के आतंकी हैप्पी पासियां व उसके साथी शेरा मान ने ली है। उनकी तरफ से सोशल मीडिया पर पोस्ट शेर की गई। जिसमें लिखा- आज जो घटना गांव रायमल में जतिंदर पुलिस वाले के घर ग्रेनेड हमला हुआ है, उकसी जिम्मेदारी मैं, हैप्पी पासियां व भाई शेरा मान लेता है। दो महीने पहले इसने कुछ पुलिसकर्मियों के साथ मेरे घर जा कर मेरे परिवार के साथ बदसलूकी की और जबरदस्ती कैमरों का डीवीआर उतारा लिया। पहले भी इस इसने रमदास इलाके में और भी परिवारों के साथ गलत करता रहा, जो ना हमने पहले बरदाश्त किया और ना ही अब करेंगे।
जिस भी पुलिसकर्मी का पुलिस अधिकारी को ये सब करने का शौक है, वे एक बार अपने परिवार की तरफ देख कर ये शौक पैदा करें। हमारी तरफ से ईंट का जवाब पत्थर के साथ दिया जाएगा और जैसे पुलिस फेक एनकाउंटर करने से नहीं हट रही और नाजायज परिवारों को तंग करने से नहीं हट रही, बहुत जल्दी जवाब एक बहुत बड़ा एक्शन करके दिया जाएगा। जिसमें पुलिस अधिकारी टारगेट होंगे। वाहेगुरु जी का खालसा, वाहेगुरु जी की फतेह।
धमाकों की घटनाओं के बीच सतर्क पुलिस
पंजाब में ये 12वां धमाका है। जिनमें अधिकतर धमाके अमृतसर में रिपोर्ट हुए। जिसके बाद से ही बॉर्डर बेल्ट के थानों व पुलिस चौकियों में कुछ बदलाव किए गए हैं।
थानों और चौकियों की सुरक्षा के लिए उठाए गए कदम…
- थानों के बाहर जाल: थानों और चौकियों के आसपास विशेष जाल और बैरिकेड लगाए जा रहे हैं। यह व्यवस्था ग्रेनेड और अन्य विस्फोटकों को थाने के भीतर पहुंचने से रोकने के लिए की गई है।
- सुरक्षा कैमरे: संवेदनशील इलाकों में CCTV कैमरे लगाकर हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है।
- अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती: संवेदनशील थानों पर अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) और स्पेशल टास्क फोर्स (STF) को भी लगाया गया है।
- ड्रोन निगरानी: पुलिस थानों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में ड्रोन से निगरानी की जा रही है, ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि को तुरंत पकड़ा जा सके।
- इंटेलिजेंस नेटवर्क मजबूत किया: स्थानीय खुफिया एजेंसियों को सक्रिय कर संदिग्ध व्यक्तियों और संगठनों पर निगरानी तेज कर दी गई है।

पंजाब में इससे पहले हो चुके 11 धमाके
24 नवंबर- अजनाला थाने के बाहर RDX लगाया गया था। हालांकि, यह फटा नहीं। इसकी जिम्मेदारी हैप्पी पासियां ने ली थी, जबकि इस मामले में पुलिस 2 आरोपियों को पकड़ चुकी है। उनसे हैंड ग्रेनेड भी बरामद किए गए थे।
27 नवंबर- गुरबख्श नगर में बंद पुलिस चौकी में ग्रेनेड विस्फोट हुआ था। यह हमला भी बंद चौकी में हुआ था।
2 दिसंबर- एसबीएस नगर के काठगढ़ थाने में ग्रेनेड विस्फोट हुआ था। इस मामले में भी पुलिस ने 3 आतंकियों को गिरफ्तार किया था और उनसे हथियार बरामद किए गए थे।
4 दिसंबर- मजीठा थाने में ग्रेनेड विस्फोट हुआ तो पुलिस ने हमला मानने से ही इनकार कर दिया। पुलिस का कहना था कि उनके एक कर्मी की बाइक का टायर फटा है। हालांकि, इलाके के पूर्व विधायक बिक्रम मजीठिया ने थाने की तस्वीरों के साथ इसे आतंकी घटना बताया था।
13 दिसंबर- अलीवाल बटाला थाने में ग्रेनेड विस्फोट हुआ था। इस घटना की जिम्मेदारी भी हैप्पी पासियां और उसके साथी ने ली थी। इस घटना को भी रात के समय ही अंजाम दिया गया।
17 दिसंबर- इस्लामाबाद थाने में ग्रेनेड विस्फोट किया गया। सुबह जब खबर फैली तो पुलिस कमिश्नर और लोकल पुलिस ने इसे ब्लास्ट नहीं बताया, लेकिन दोपहर DGP पंजाब खुद अमृतसर पहुंचे और उन्होंने माना कि यह एक आतंकी घटना थी और बम फोड़ा गया था।
19 दिसंबर- पंजाब के भारत-पाकिस्तान बॉर्डर से सटे गुरदासपुर जिले की बंद पड़ी पुलिस चौकी बख्शीवाला पर आतंकी हमला हुआ। पुलिस द्वारा किसी मामले में जब्त किए गए ऑटो पर आतंकियों ने ग्रेनेड फेंका।
21 दिसंबर- गुरदासपुर के कलानौर क्षेत्र में बंगा वडाला गांव की पुलिस चौकी रात को धमाके से दहल गई। इस हमले की जिम्मेदारी भी बब्बर खालसा इंटरनेशनल ने ली थी।
19 जनवरी- अमृतसर की गुमटाला चौकी पर धमाका हुआ था। बब्बर खालसा इंटरनेशनल ने इसकी जिम्मेदारी ली थी।
16 जनवरी- अमृतसर जिले के गांव जैंतीपुर में रात को शराब कारोबारी अमनदीप जैंतीपुरिया के घर पर ग्रेनेड हमला हुआ।
3 फरवरी- अमृतसर के फतेहगढ़ चूडियां रोड स्थित बंद पड़ी पुलिस चौकी को आतंकियों ने निशाना बनाया था। ये भी लो इंटेंसिटी धमाका था और पुलिस ने इसे ग्रेनेड हमला मानने से मना किया था।