चंडीगढ़: समाज सेवा और जीव दया के प्रति अपनी अटूट निष्ठा के लिए प्रसिद्ध डॉ. प्रिंस मेहरा को एक बार फिर डॉक्टरेट अवार्ड से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान उन्हें पैराडाइज वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकार्ड्स और सेकंड यूनिट ऑफ सहारा चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा प्रदान किया गया। इस उपलब्धि के साथ ही डॉ. प्रिंस मेहरा अब तक चार बार डॉक्टरेट अवार्ड प्राप्त कर चुके हैं। डॉ. प्रिंस मेहरा ने पिछले 35 वर्षों से चंडीगढ़ में पक्षियों की सेवा को अपना जीवन समर्पित किया है। वह लगातार घायल, बीमार और बेसहारा पक्षियों की देखभाल करते आ रहे हैं। उनकी इस अद्वितीय सेवा भावना और निस्वार्थ योगदान को देखते हुए, विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संस्थानों द्वारा उन्हें समय-समय पर सम्मानित किया जाता रहा है। उनका मानना है कि पक्षी भी इस धरती का अभिन्न हिस्सा हैं और हमें उनकी रक्षा और देखभाल करनी चाहिए। वह न केवल खुद इस मिशन में समर्पित हैं, बल्कि समाज में भी इस विषय पर जागरूकता फैलाने का कार्य कर रहे हैं। उनकी प्रेरणादायक सेवा को देखते हुए, उन्हें पहले भी तीन बार डॉक्टरेट अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है, और अब चौथी बार इस प्रतिष्ठित सम्मान से नवाजा गया है। डॉ. मेहरा का यह योगदान समाज के लिए एक प्रेरणा स्रोत है, और उनके कार्यों को लेकर लगातार सराहना की जा रही है। उन्होंने इस सम्मान के लिए पैराडाइज वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकार्ड्स और सेकंड यूनिट ऑफ सहारा चैरिटेबल ट्रस्ट का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह अवार्ड उन्हें और भी अधिक प्रेरित करेगा ताकि वे अपने इस नेक कार्य को और विस्तार दे सकें।
